स्कूल ऑन व्हील्स परियोजना

आखिर क्या है स्कूल ऑन व्हील्स स्कीम? आईए जानते हैं इसके बारे में

:दरअसल मणिपुर सरकार ने मणिपुर राज्य में साल भर चले जातीय संघर्ष के बाद राहत शिविरों में शरण लिए हुए छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से स्कूल और व्हील्स पहल शुरू की गई है। इसके साथ ही साथ बताना चाहूंगा की पूरे भारत में इस तरह की परियोजना पहली बार देखने को मिली है। इस परियोजना का शुभारंभ मणिपुर के राज्यपाल श्री अनुसुइया उइके के द्वारा रविवार को किया गया है। इस परियोजना की शुरुआत विद्या भारती शिक्षा विकास समिति के द्वारा की गई है। इसके तहत लाइब्रेरी कंप्यूटर और खेल सामग्री से सुसज्जित स्कूल बस एक शिक्षक के साथ विभिन्न शिविरों का दौरा करेगी।

इस परियोजना का उद्देश्य बसों को शिक्षा का साधन बनकर राहत शिविरों में छात्रों को सीधे शिक्षा प्रदान करना है तथा राज्य भर के राहत शिविरों में रहने वाले छात्रों तक पहुंचाना है। इसमें मुख्य रूप से कौन छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है जिनकी शिक्षा जातीय संघर्ष और विस्थापन के कारण प्रभावित हुई है। मणिपुर सरकार वर्तमान में लगभग 300 प्लस राहत शिविर चलने का काम कर रही है जिसमें 59000 से अधिक पुरुष महिलाएं और बच्चे रहते हैं वर्तमान में तकरीबन 18 000 छात्र राहत शिविरों में रह रहे हैं।

इसके अलावा यह परियोजना मणिपुर राज्यपाल द्वारा लिया गया एक बहुत अच्छा पहला है जिसके तहत मणिपुर के निवासियों के लिए समावेशी समान शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कम साबित होगा यह पहला न सिर्फ एकेडमिक शिक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि युवाओं के दिमागों के विकास पर इसका गहरा असर पड़ेगा और इससे भारत के युवा पीढ़ी और अधिक विकास करेंगे।

यह परियोजना हमें यह प्रेरणा देती है की हम किसी भी विषम परिस्थिति में रहते हुए भी शिक्षा को आसानी से प्राप्त कर सके।

 

 

 

 

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